नागपुर के चार मंदिरों में ड्रेस कोड लागू, कटे फटे कपडे जैसे के जींस, स्कर्ट और अंग प्रदर्शन वाले कपड़ो पर नहीं मिलेगी अंदर जाने की एंट्री
नागपुर: नागपुर जिले के चार मंदिरों में ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है, धंतोली की श्री गोपालकृष्ण मंदिर, बेलोरी-सावनेर की श्री संकटमोचन पंचमुखी हनुमान मंदिर, कानोलीबारा की श्री बृहस्पती मंदिरऔर मानवतानगर की श्री हिलटॉप दुर्गामाता मंदिर में कटे फटे कपडे, जींस, स्कर्ट, उत्तेजक व अंग प्रदर्शन करने वाले कपड़े पहनने पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। महाराष्ट्र मंदिर महासंघ ने कहा है कि आगे राज्यभर के मंदिरों में यह ड्रेस कोड लागू करने की योजना जारी की गयी है। अब नागपुर के बाद महाराष्ट्र के सभी मंदिरों में ड्रेस कोड लागू करने के लिए अभियान चलाकर जागृति की जाएगी।
महाराष्ट्र के मंदिर महासंघ समन्वयक सुनील घनवट ने कहा सरकारी कार्यालयों, अनेक मंदिरों, चर्चों, मस्जिदों, गुरुद्वारों, स्कूल-कॉलजों, न्यायालयों, पुलिस तक में कपडे संहिता ड्रेस कोड लागू है। इसी आधार पर मंदिरों की पवित्रता, शिष्टाचार और संस्कृति संजोने के लिहाज से इसे मंदिरों में लागू करने का निर्णय किया गया है। नागपुर के श्री गोपालकृष्ण मंदिर में ड्रेस कोड का बोर्ड लगाने के बाद प्रेस को संबोधित कर रहे थे।
छोटे छोटे कपड़े पहनकर अंदर न आएं:
इसी अवसर पर श्री गोपालकृष्ण मंदिर के ट्रस्टी प्रसन्न पातुरकर, मंदिर समिति प्रमुख श्रीमती ममताताई चिंचवडकर और आशुतोष गोटे ने कहा कि मंदिर की पवित्रता की रक्षा और भारतीय संस्कृति का पालन होना चाहिए, इस उद्देश्य से हमारा आग्रह है कि मंदिर में श्रद्धालु आते समय अंगप्रदर्शन करनेवाले और छोटे कपडे़ पहनकर न आएं, भारतीय संस्कृति का पालन कर मंदिर प्रशासन में सहयोग करें।
महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के समन्वयक सुनील घनवट ने कहा, “‘मंदिरों की पवित्रता“, शिष्टाचार और संस्कृति संजोने के लिहाज से यहां ड्रेस कोड लागू करने का निर्णय लिया जा रहा गया है। सरकारी कार्यालयों, अनेक मंदिरों, गुरुद्वारों, चर्चों, मस्जिदों, स्कूल कॉलजों, न्यायालयों, पुलिस विभाग में कपडे संहिता ड्रेस कोड लागू है। इसी आधार पर हमने उक्त निर्णय लिया है।’