फूटाला फाउंटेन पर कीड़ों का हमला डूबे लाखों रुपए
शहर के ऐतिहासिक फुटाला तालाब में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर म्यूजिकल फाउंटेन, लाइट एंड लेजर मल्टीमीडिया शो की व्यवस्था की गई. उद्घाटन के पहले ही ट्रायल के तौर पर 200 शो हुए.
खूब चर्चा हुई. बड़े–बड़े नेता व मंत्रियों ने शो का आनंद उठाया. लेकिन फाउंटेन के तार पर लगी काई में पनपे कीड़ों ने ऐसा अटैक किया कि लाइट एंड लेजर मल्टीमीडिया शो बंद करना पड़ गया. इससे प्रोजेक्ट का लोकार्पण भी अटक गया.
फ्रांस की क्रिस्टल ग्रुप की तरफ से फाउंटेन तैयार किया गया. नागपुर मेट्रो रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एनएमआरडीए) ने खडतकर कंस्ट्रक्शन स्टूडियो वन के माध्यम से प्रकल्प का काम किया.
काम पूर्ण होने के बाद विशेषज्ञों ने विभिन्न जांच कर प्रकल्प को पास कर दिया. इतना ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय स्तरपर स्कॉच अवॉर्ड सिल्वर पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया,
लेकिन साल भर पहले फाउंटेन के तार में लगे शैवाल के कीड़े ने नुकसान पहुंचाया.जिसके बाद से शो बंद पड़ा हुआ है. स्थानीय स्तर पर दुरुस्ती संभव नहीं होने से देखभाल व दुरुस्ती की जवाबदारी जिस कंपनी को दी गई, उन्होंने तकनीक के एडवांस होने की बात कहते हुए अब तक सुधार कार्य नहीं किया है.
52 करोड़ रुपए का यह प्रोजेक्ट 15 महीने में पूर्ण होना अपेक्षित था. लेकिन कोरोना काल में प्रकल्प की डेडलाइन बढ़ा दी गई. केंद्रीय सड़क निधि अंतर्गत फुटाला परिसर में सड़क का पुनर्निर्माण कार्य महामेट्रो को सौंपा गया.
अगस्त 2022 में प्रकल्प का काम पूर्ण होने पर उद्घाटन के पहले ही ट्रायल हुआ. विशेषज्ञों की समिति के सुझाव पर गलतियों को दूर किया गया. प्रेक्षकों के बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था की गई.
करोड़ों रुपए खर्च कर अब वायर को बदलने की तैयारी शुरू हुई है.लक्ष्मीनारायण इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एलआईटी) की जांच के बाद ‘मे फ्लायर’ नाम के कीड़े होने का पता चला.
शेवाल में मई महीने में ये कीड़े तैयार होते हैं. फ्रांस से आए तारों में रबर के कवर नहीं होने से कीड़े उसके अंदर घुसे और नुकसान पहुंचाया. लगभग 450 तारों को नुकसान पहुंच चुका है. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मुंबई की टीम ने इसकी जांच की थी.
मरम्मत के लिए फ्रांस से स्टील कवर वाले नए तार मंगाए गए हैं. खडतकर कंस्ट्रक्शन स्टूडियो वन कंपनी को प्रकल्प को पूरा करने की जवाबदारी दी गई थी. यही कंपनी मरम्मत का काम करेगी. फरवरी तक मरम्मत का काम पूरा होने के आसार हैं.