MP: हिंसा और सांप्रदायिक तनाव के बाद मस्जिदों में लगाए जाएंगे सीसीटीवी कैमरे

मध्य प्रदेश के खरगोन कस्बे में रामनवमी पर निकाली गई शोभायात्रा के बाद हुई हिंसा और सांप्रदायिक तनाव के बाद मस्जिदों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. एक मुस्लिम धर्मगुरु ने कहा कि कैमरे लगाने से ऐसे मामलों में दोषियों का पता लगाने में आसानी होगी. यह काम पूरे प्रदेश में किया जाएगा.

Unho ने कहा कि हमने भोपाल में मस्जिदों में सीसीटीवी कैमरे लगाना शुरू कर दिया है. भोपाल के शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी ने कहा कि हमने मौलवियों से पूरे प्रदेश में ऐसा करने का अनुरोध किया है. सीसीटीवी कैमरे पत्थर फेंकने वालों पर नकेल कसेंगे. रामनवमी के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा में पत्थर फेंके गए थे, जिसके बाद खरगोन में हिंसा हुई थी. इस घटना के बाद कस्बे में कर्फ्यू लगा दिया गया. नदवी ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज से पता चलेगा कि ऐसी घटनाओं के दौरान कहां से पत्थर फेंके गए. खरगोन में कथित तौर पर हिंसा में शामिल लोगों के ‘अवैध ढांचों‘ को गिराना पूरी तरह गलत है.

मौलवी ने कहा कि समाज कानून से चलता है. अपराध करने वाले को सजा मिलनी चाहिए, उसके परिवार को नहीं. अगर परिवार का एक सदस्य कुछ गलती करता है तो घरों को क्यों तोड़ा जा रहा है. घरों को तोड़े जाने के इस अभियान के कारण कई परिवार बेघर हो गए हैं. भारत में सदियों से सभी धर्मों के त्योहार मनाए जा रहे हैं. जब भोपाल में मुसलमानों का शासन था, तब हिंदू भाई अपने त्योहारों पर जुलूस निकालते थे. 300 साल में कभी भी किसी मुसलमान ने हिंदुओं के जुलूस पर पत्थर नहीं फेंका. कोई मुसलमान अब पत्थर क्यों फेंकेगा.