शिक्षक पात्रता परीक्षा मे हुई गड़बड़ी, शिक्षा आयुक्त समेत एक सॉफ्टवेयर कंपनी भी शामिल
पुलिस ने महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद (MSCE)के पूर्व आयुक्त सुखदेव डेरे और एक सॉफ्टवेयर कंपनी के तत्कालीन प्रबंधक को 2018 शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) में गड़बड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया है। इसी कंपनी ने परीक्षा आयोजित की थी।
अधिकारी ने कहा, ‘‘2018 शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में गड़बड़ी में डेरे की कथित संलिप्तता को लेकर उनके खिलाफ अलग से मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच चल रही है।” अधिकारियों ने पहले बताया था कि पुणे पुलिस ने टीईटी की परीक्षा देने वाले छात्रों को उत्तीर्ण कराने का वादा कर उनसे पैसे लेने के आरोप में सुपे और कुछ अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने सुपे के पास से दो करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाबी नकदी और सोने के जेवर भी बरामद किए थे।
महाराष्ट्र आवास एवं क्षेत्र विकास प्राधिकरण (म्हाडा) परीक्षा पत्र लीक करने की कोशिश से जुड़े मामले की जांच के दौरान 2020 टीईटी परीक्षा में गड़बड़ी का मामला सामने आया था। इस मामले में अभी तक छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के अनुसार डेरे और जीए सॉफ्टवेयर के तत्कालीन प्रबंधक अश्विन कुमार ने 2018 में शिक्षक पात्रता परीक्षा के परिणाम में छेड़छाड़ करने के लिए कथित रूप से पैसे लिए थे। जीए सॉफ्टवेयर को ही यह परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। पुलिस ने कहा कि 2020 की टीईटी परीक्षा की जांच के दौरान 2018 की टीईटी परीक्षा की कथित गड़बड़ी सामने आयी।
शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में गड़बड़ी में डेरे की कथित संलिप्तता को लेकर उनके खिलाफ अलग से मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच चल रही है।” अधिकारियों ने पहले बताया था कि पुणे पुलिस ने टीईटी की परीक्षा देने वाले छात्रों को उत्तीर्ण कराने का वादा कर उनसे पैसे लेने के आरोप में सुपे और कुछ अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने सुपे के पास से दो करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाबी नकदी और सोने के जेवर भी बरामद किए थे।
महाराष्ट्र आवास एवं क्षेत्र विकास प्राधिकरण (म्हाडा) परीक्षा पत्र लीक करने की कोशिश से जुड़े मामले की जांच के दौरान 2020 टीईटी परीक्षा में गड़बड़ी का मामला सामने आया था। इस मामले में अभी तक छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के अनुसार डेरे और जीए सॉफ्टवेयर के तत्कालीन प्रबंधक अश्विन कुमार ने 2018 में शिक्षक पात्रता परीक्षा के परिणाम में छेड़छाड़ करने के लिए कथित रूप से पैसे लिए थे। जीए सॉफ्टवेयर को ही यह परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। पुलिस ने कहा कि 2020 की टीईटी परीक्षा की जांच के दौरान 2018 की टीईटी परीक्षा की कथित गड़बड़ी सामने आयी।