हड़ताल के कारन नहीं चल रही नियमित रूप से बसे, नागरिकों की बड़ी परेशानी
नियमों के अनुसार वेतन नहीं मिलने के कारण आपली बस कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है. आलम यह है कि बसों के पहिए थम जाने के बावजूद मनपा के परिवहन विभाग ने इसे गंभीरता से नहीं लिया जिससे से मसला हल नहीं हो सका. अलबत्ता कर्मचारियों की ओर से दूसरे दिन भी हड़ताल जारी रखी गई. आपली बस का चक्का जाम होने से दूसरे दिन तमाम यात्री हलाकान-परेशान रहे हो गये थे .
सूत्रों के अनुसार नियमित रूप से प्रतिदिन लगभग 380 बसों का संचालन होता है, जबकि हड़ताल के दूसरे दिन कुछ समय के लिए केवल 30 बसों का संचालन हो सका है . यह भी 2 घंटे के संचालन के बाद बंद कर दी गईं.
आपली बस के सभी चालक और कंडक्टर हड़ताल पर होने से बस ऑपरेटर्स ने उनके निजी बसों के चालकों के माध्यम से आपली बसों का संचालन करने का प्रयास किया है . लेकिन इन बस चालकों को स्कूल बस चलाने का अनुभव था, जबकि आपली बस काफी बड़ी होने से उसे चलाने में काफी परेशानी हो रही थी. इससे 2 घंटे में ही इन 30 बसों का भी संचालन बंद कर देना पड़ा.
एक ओर जहां बस कर्मचारी हड़ताल पर डटे रहे, वहीं दूसरी ओर मनपा और बस ऑपरेटर का भी अड़ियल रवैया जारी रहा जिससे मसला हल नहीं हो पाया है. इसी बीच बस कर्मचारी संगठन ने कामगार आयुक्त को पत्र दिया जिसमें यह मसला हल करने का अनुरोध किया. बताया जाता है कि 4 मार्च को इस संदर्भ में कोई बैठक आयोजित होने की उम्मीद है लेकिन तब तक कर्मचारियों ने हड़ताल जारी रखने की घोषणा की है.