एमबीबीएस स्टूडेंट्स को अब करनी होगी योग की ट्रेनिंग, मेडिकल कॉलेजों के लिए NMC ने जारी की गाइडलाइन

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने एमबीबीएस फाउंडेशन कोर्स में योग ट्रेनिंग शुरू किया है. यह ट्रेनिंग कम से कम 10 दिनों की अवधि के लिए हर दिन एक घंटे के लिए अनिवार्य होगी. इस योग ट्रेनिंग कार्यक्रम के बारे में सभी विस्तृत जानकारी एनएमसी की आधिकारिक वेबसाइट nmc.org.in पर उपलब्ध हैं. भारत के सभी मेडिकल कॉलेजों में योग ट्रेनिंग कार्यक्रम में समरूपता बनाए रखने के लिए आयुष मंत्रालय के तहत मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान ने एक सामान्य योग प्रोटोकॉल विकसित किया है. यह योग ट्रेनिंग 12 जून, 2022 से शुरू होने वाली है और 21 जून, 2022 को समाप्त होगी.

जिसे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है. एनएमसी के आधिकारिक नोटिस में कहा गया है, “राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग द्वारा स्नातक पाठ्यक्रम के लिए नई योग्यता आधारित मेडिकल एजुकेशन लागू की गई है.”सभी मेडिकल कॉलेजों में योग ट्रेनिग अनिवार्य ट्रेनिंग देश भर के सभी मेडिकल कॉलेजों में होगा. इसके लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा यूट्यूब पर हिंदी और अंग्रेजी में वीडियो अपलोड किए गए हैं. बुकेलेट्स आयुष की आधिकारिक वेबसाइट से भी देखी जा सकती हैं. अधिकारियों ने आदेश दिया है कि राज्य सरकारों / केंद्र शासित प्रदेशों, विश्वविद्यालयों और मेडिकल कॉलेजों / संस्थानों में एमबीबीएस छात्रों के वर्तमान बैच यानी 2021-22 से स्नातक कोर्स के लिए योग ट्रेनिंग कार्यक्रम शुरू करने के संबंध में तत्काल कार्रवाई शुरू करें.

12 जून से शुरू होगी ट्रेनिंगएनएमसी ने कहा, “अंडरग्रेजुएट कोर्स के लिए नई योग्यता आधारित चिकित्सा शिक्षा राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग द्वारा शैक्षणिक सत्र 2021-22 से लागू की गई है. जिसमें फाउंडेशन कोर्स के दौरान 10 की अवधि के लिए हर दिन अधिकतम 1 घंटे के लिए योग प्रशिक्षण शुरू किया गया है. हर साल 12 जून से शुरू होने वाले दिनों का समापन देश भर के सभी मेडिकल कॉलेजों में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के दौरान 10 की अवधि के लिए हर दिन अधिकतम 1 घंटे के लिए योग प्रशिक्षण शुरू किया गया है. हर साल 12 जून से शुरू होने वाले दिनों का समापन देश भर के सभी मेडिकल कॉलेजों में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस