5 दर्जन नगरसेवक नगरसेविकाओ को उम्मीदवारी ना देने का सुझाव आया सामने…
नागपुर महानगरपालिका चुनाव हेतु भाजपा के पहले सर्वे में वर्त्तमान कुल नगरसेवकों में से 5 दर्जन से अधिक नगरसेवकों को पुनः उम्मीदवारी न देने का सुझाव दिए जाने की विश्वसनीय खबर हैं.मनपा में भाजपा के कुल 107 नगरसेवक/नगरसेविकाएं हैं,इनमें से 64 निष्क्रिय नगरसेवक/नगरसेविकाओं को दोबारा मौका न दिया जाए,ऐसी सिफारिश सर्वे में की गई हैं.इस क्रम में भाजपा के दिग्गज नगरसेवक/नगरसेविकाओं का समावेश हैं.
मनपा चुनाव अप्रैल 2022 के तीसरे सप्ताह में संभावित हैं.आगामी चुनाव के मद्देनज़र भाजपा ने पुनः सत्ता प्राप्ति के लिए 3-3 सर्वे करवाएंगे,जिसमें से पहले सर्वे का निचोड़ यह निकला कि वर्त्तमान के 107 नगरसेवक/नगरसेविकाओं में से 64 नगरसेवक/नगरसेविकाओं का पत्ता लगभग कट सा गया हैं.
सर्वे के अनुसार इसमें दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के आधा दर्जन नगरसेवक/नगरसेविकाओं का समावेश हैं,जिनमें कुछ वरिष्ठ नगरसेवक/नगरसेविकाएं भी है,कुछ पहली बार नगरसेवक/नगरसेविका बने थे.यह क्षेत्र राज्य विधानसभा में विपक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस का हैं,वे पिछले 2 टर्म से इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.
इसके अलावा दक्षिण,मध्य और पश्चिम नागपुर में भाजपा नगरसेवकों/नगरसेविकाओं का विरोध सर्वे में सामने आया.इस सम्बन्ध में नागरिकों का मत काफी आक्रोशित दिखा। भाजपा का दूसरा और तीसरा सर्वे शहर/ग्रामीण भाजपा के बड़े पदाधिकारी/नेतृत्वकर्ताओं के मार्फ़त होने वाली हैं.वे संभावित उम्मीदवारों के प्रस्तावित चुनाव क्षेत्र में जाकर प्रत्यक्ष रूप से जनमत का संग्रह करेंगे।
अब तक के संभावना के अनुसार भाजपा इस दफे 3 दर्जन से अधिक नगरसेवकों को मौका नहीं देने वाली,कुछेक वरिष्ठ नगरसेवक चुनाव नहीं लड़ेंगे।भाजपा का पारदर्शी निर्णय सामने आते ही बहुतेक नगरसेवक/नगरसेविकाएं अपने-अपने संभावित क्षेत्रों में जनता से घुलने-मिलने की कोशिश कर रहे,इस दरम्यान जनता का विरोधाभास भी सहन करना पड़ रहा.
भाजपा की ओर से सभी वर्त्तमान नगरसेवकों को पिछले 5 वर्ष में किये गए विकासकार्य का ब्यौरा भी देने का निर्देश दिया गया हैं.याद रहे कि 5 मार्च 2022 को उनके(भाजपा) कार्यकाल की समाप्ति है,इसलिए आगामी 20 फरवरी 2022 को मनपा की अंतिम आमसभा हैं.इसके बाद मनपा पर अगला मनपा चुनाव तक प्रशासक बैठ जाएगा।इस दफे मनपा चुनाव 4 के बजाय 3 उम्मीदवारों वाली होने जा रही हैं.आगामी मनपा चुनाव का प्रभाग परिसीमन सार्वजानिक होने के बाद कई वर्त्तमान नगरसेवक/नगरसेविकाओं का क्षेत्र कट गया हैं.
गत मनपा चुनाव में भाजपा के 108 नगरसेवक/नगरसेविकाएं चुन कर आये थे,जिसमें से 50% अपने अपने क्षेत्र में निष्क्रिय रहे,शेष 50% की सक्रियता से सभी के क्षेत्र में विकासकार्य नियमित होता रहा.2 मार्च के बाद भाजपा के बड़े नेता/पदाधिकारी दूसरे-तीसरे चरण की सर्वे शुरू कर अपनी अपनी रिपोर्ट संसदीय मंडल को सौंपेंगे।