कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल पर निकला आफ्रीद दे रहा है वृद्धाश्रम का संदेश

कश्मीर से कन्या कुमारी तक वृद्धाश्रम बनाने हेतु संदेश लोगों तक पहुंचाने के लिए 23 साल का एक युवक पदयात्रा कर रहा है। इस युवक का नाम मोहम्मद आफ्रीद है, जो एमबीए की डिग्री प्राप्त किया हुआ है और आंध्रप्रदेश के करनॉल जिले में आदोनी का रहने वाला है। 7 जनवरी 2022 को ये युवक हाथों में तिरंगा लेकर कामठी तालुका स्थित रनाला ग्राम पंचायत क्षेत्र में पहुंचा। मोहम्मद आफ्रीद के आगमन पर पी एंड टी कॉलोनी स्थित ओमराज ट्रेडर्स ऑफिस में संचालक निखिल (बिट्टू) यादव सहित पंचायत समिति पूर्व उपसभापति कमलाकर मोहोड़, पूर्व पुलिस पाटील लक्ष्मण आमधरे, सामाजिक कार्यकर्ता पंकज साबरे, ग्राम पंचायत के सदस्य मनोज धानोरकर, सदस्य बंटी तामसेटवार, सदस्य बिट्टू चकोले, सदस्य मुकेश दुर्गे, पत्रकार सुनील चलपे, पत्रकार नितिन रावेकर, पत्रकार नीलेश रावेकर, पत्रकार योगेश शर्मा, सतीश नवले, ओम साईं ट्रेडर्स के संचालक महेंद्र भोयर, गणपत गिरी, राजू गावंडे, जयवंत ठेंगे, विजय आगासे, नारायण गिरी, विजय चाचेरे, राजू चुटे आदि ने स्वागत किया।

मोहम्मद आफ्रीद ने बताया कि उन्होंने संकल्प लिया था कि स्वामी विवेकानंद के आदर्श पर चलते हुए भारत दर्शन करने और जगह वृद्धाश्रम बनाने हेतु संदेश देने के लिए पदयात्रा 7 जनवरी से शुरू की थी। उन्होंने बताया कि वो कन्याकुमारी से तिरंगा लेकर पदयात्रा पर निकला था। रोजाना 40 से 50 किलो मीटर की यात्रा कर रहा है। मंदिर, मस्जिद या किसी धर्मशाला में रात को विश्राम करता है। इस दौरान जहां भी रात विश्राम करते हैं वहीं पर लोगों को वृद्धाश्रम निर्माण का संदेश देकर प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर कब पहुंचेंगे यह तय नहीं है, लेकिन भारत दर्शन में जगह-जगह लोगों का सहयोग मिल रहा हैं। इससे वो अभिभूत हैं।