मरकज़ निज़ामुद्दीन के प्रमुख मौलाना साद के ऑडियो क्लिप से हुई थी छेड़छाड़: दिल्ली पुलिस 

दिल्ली पुलिस को जांच में पता चला है कि मरकज़ निज़ामुद्दीन के प्रमुख मौलाना साद के एक ऑडियो से छेड़छाड़ की गई है। इस ऑडियो क्लिप में मौलाना साद जमात के सदस्यों से सोशल डिस्टेंसिंग को फ़ॉलो न करने और प्रतिबंधों को न मानने की बात कह रहे हैं। यह ऑडियो क्लिप जमात का प्रकरण सामने आने के बाद जोरदार ढंग से वायरल हुई थी। 

पुलिस के मुताबिक़, यह ऑडियो क्लिप छेड़छाड़ और एडिट की गई कई ऑडियो क्लिप्स को जोड़कर बनाई गई है। पुलिस ने सभी ऑडियो क्लिप और वायरल हुई इस ऑडियो क्लिप को (जिससे छेड़छाड़ का शक है) जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लैब में भेज दिया है। 

‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक़, पुलिस ने मरकज़ से जुड़े एक सदस्य से एक लैपटॉप बरामद किया है। इस लैपटॉप में कई ऑडियो क्लिप हैं। पुलिस को जांच में पता चला है कि ये ऑडियो क्लिप तीन तरह की हैं। इनमें मरकज़ में हुए कार्यक्रमों की रॉ क्लिप, जमातियों को भेजी गई ऑडियो क्लिप और उनके यू-ट्यूब चैनल पर अपलोड की गई क्लिप शामिल हैं। 

मौलाना साद के इस ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद कुछ टीवी चैनलों ने और दक्षिणपंथी समूहों ने सोशल मीडिया पर मौलाना व तब्लीग़ी जमात से जुड़े लोगों को निशाना बनाया था। दक्षिणपंथी समूहों से जुड़े लोगों का कहना था कि तब्लीग़ी जमात से जुड़े लोग जानबूझकर कोरोना वायरस फैला रहे हैं। 

ऐसे में अगर अब पुलिस यह कह रही है कि मौलाना साद के उस ऑडियो से छेड़छाड़ की गयी थी तो फिर तो पूरा मामला ही उल्टा पड़ जाएगा। क्योंकि अगर मौलाना साद ने जब ऐसा कुछ कहा ही नहीं तो सवाल यह उठेगा कि उन्हें और तब्लीग़ियों को निशाना क्यों बनाया गया।

Published
Categorized as Crime