बर्डी मेन रोड पर हॉकरों ने किया हंगामा, रोड चौड़ा होते ही कब्जे के लिए करने लगे मारपीट

बर्डी मेन रोड पर गुरुवार को दोपहर उस समय हंगामा मच गया जब चौड़े रोड पर कब्जा करने के लिए हॉकरों के दो गुटों में जमकर मारपीट हो गई. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सड़क चौड़ी होने के बाद अब उस पर कब्जा करने के लिए दोनों गुटों के कथित नेताओं के इशारे पर यह मारपीट हुई. हंगामे को देखने सैकड़ों लोग जमा हुए. पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचते ही अवांछित तत्व भाग खड़े हुए.

प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि दोपहर 12 बजे के बाद यह हंगामा शुरू हुआ. कुछ समय बाद दूकान लगाने को लेकर एक गुट ने दूसरे गुट के समर्थक से गालीगलौज की. बाद में झगड़ा मारपीट तक बढ़ गया. कुछ ने दावा किया कि चाकू-छुरा तक निकाल दिया गया था लेकिन इसकी किसी ने पुष्टि नहीं की. बर्डी पुलिस को किसी ने सूचना दी कि करीब 100 से अधिक ‘बाहरी गुंडे’ मेन रोड पर उत्पात मचा रहे हैं. बर्डी पुलिस का दस्ता वहां पहुंचा और लोगों को खदेड़ना शुरू किया. वैसे पुलिस ने दावा किया कि जब उसका दस्ता मेन रोड पहुंचा तब उसके आने की खबर सुनते ही सभी अवांछित तत्व भाग खड़े हुए.

जानकारों ने बताया कि बर्डी मेन रोड पर मनपा द्वारा अधिकृत जितने हॉकर होने चाहिए उनसे कहीं ज्यादा गैर कानूनी जमावड़ा बढ़ गया है. महानगरपालिका और पुलिस प्रशासन की विशेष कृपा से इस रास्ते पर हॉकरों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. वैरायटी चौक पर लगे ट्रैफिक बूथ तक इन हॉकरों ने कब्जा बना लिया है. जानकारों ने बताया कि मुंबई हाई कोर्ट में जो लिस्ट सौंपी गई है, उसमें से कई हॉकर अपनी दूकान दूसरे को ‘बेचकर’ नई जगह धंधा करने लगे हैं. कुछ हाकरों ने अपने रिश्तेदारों भाई-भतीजों को दूकानें दे दी हैं. अब जब नागपुर सुधार प्रन्यास ने अतिक्रमण हटा दिया है तो मनपा को चाहिए कि वह सुनिश्चित करे कि वैध हॉकरों को गणवेश देकर और उनकी मार्किंग वाली जगह पर ही बिठाये. आए दिन हॉकरों में तनाव बढ़ता ही जा रहा है. कुछ लोग इसे सांप्रदायिक रंग भी देने पर तुले हुए हैं. कुछ राजनीतिक नेताओं के आशीर्वाद के कारण गैर कानूनी हॉकरों के हौसले बढ़ते जा रहे हैं.

जिन दूकानदारों की हाल के अतिक्रमण में दूकानें टूटी हैं वे अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे हैं. पहले इन दूकानों के एंट्री गेट को छोड़कर हॉकर बैठते थे. अब दूकानदारों को ग्लोकल मॉल में जगह मिल गई है जिससे हॉकरों ने सामने पूरे मेन गेट पर ही कब्जा कर लिया है. हॉकरों के बीच में नये झगड़े का भी यही कारण है. दूकानदारों ने कहा कि बर्डी के ही कुछ दूकानदार इन हॉकरों को अवैध रूप से संरक्षण दे रहे हैं. इनके कारण ही पूरे मेन रोड का बिजनेस मरणासन्न हो गया है. दूकानदारों के शिष्टमंडल ने हाल ही में पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार से मिलकर उनकी आपबीती बताई थी. अब व्यापारी उम्मीद कर रहे हैं कि बर्डी मेन रोड को फिर से संजीवनी देने का काम पुलिस आयुक्त, मनपा आयुक्त और प्रन्यास के सभापति ही कर सकते हैं. व्यापारियों ने पुलिस आयुक्त से बर्डी मेन रोड पर गश्त बढ़ाने की भी मांग की है.