प्रशासन को गुमराह कर कवठा-म्हसाला में पानी का हो रहा निजी उपयोग : आरोप

नागपुर ( सौमित्र नंदी ) :
कामठी तहसील अंतर्गत आनेवाले नाका नं. 2 समीप कवठा-म्हसाला गट ग्राम पंचायत में पानी जिस पर गांव की जनता का अधिकार है उसको लेकर नया खेल शुरु है। पानी से लाखों रुपए कमाए जा रहे है और गांव में पानी की किल्लत बता कर प्रशासन को गुमराह किया जा रहा है। ऐसा आरोप गट ग्रमा पंचायत के पूर्व सदस्य सदस्य निलेश डफरे ने पत्र परिषद में लगाया।

कामठी-नागपुर रोड स्थित नाका नं. 2 से लगकर कवठा-म्हसाला गट ग्राम पंचायत है। इस ग्राम पंचायत की जनसंख्या 8 से 9 हजार के आसपास है। गट ग्राम पंचायत के पूर्व सदस्य निलेश डफरे ने आयोजित पत्र परिषद में प्रभारी सरपंच शरद माकडे पर आरोप लगाया कि पानी की किल्लत बताकर प्रशासन को वे गुमराह कर रहे है। गांव का ही पानी टैंकर के माध्यम से कवठा-म्हसाला सहित आसपास के गांवों में बेचा जा रहा है। जब गांव में ही इतना पानी है तो पानी की किल्लत कैसी? ऐसा प्रशन निलेश डफरे ने किया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कुल 28 बोर, 3 सार्वजनिक कुंए, 1 ट्युबवेल, 2 वाटर एटीएम संचालित है। गांव में पानी की कोई कमी नहीं है। पानी का स्त्रोत भी अच्छा है, लेकिन प्रभारी सरपंच ने अपने ही भाई के टैंकर लगाकर कवठा-म्हसाला सहित आसपास के गांवों में टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति कर रहे है। टैंकर में पानी भरते समय मोटर चालू करनी पडती है और मोटर का बिजली का बिल ग्राम पंचायत द्वारा भरा जाता है। जल  स्वराज चरण 2 अंतर्गत 22 करोड की जलापूर्ति योजना  पूर्व पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने भिलगांव प्रादेशिक नल योजना अंतर्गत कवठा, म्हसाला, खसाला, गोविंद गड इन गांवों के लिए कार्यान्वित की और मार्च माह के अंत तक सभी लोगों को फिल्टर पानी उपलब्ध होगा, ऐसा होते हुए भी प्रभारी सरपंच किसी भी प्रकार की जनजागृति न करते हुए कृत्रिम पानी की किल्लत बता रहे है। अपना तथा अपने भाई का आर्थिक फायदा करने के लिए वे गट ग्राम पंचायत की तिजोरी को सेंध लगा रहे है। ऐसा आरोप भी उन्होंने पत्र परिषद में लगाया।

आरोप बेबुनियाद
“मुझ पर जो आरोप लगाए गए है वे बेबुनियाद है पानी के टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति के आदेश जिलाधिकारी के माध्यम से बीडीओ को प्राप्त होते है और बीडीआे सरपंच को देते है। मुझ पर जो आरोप लगाए गए है उन्हें सिद्ध करके दिखाए। शरद माकडे, प्रभारी सरपंच, कवठा-म्हसाला”